हंसी 😊गुलाब 🌹ने आपसे उधारी ली है,
मेरे कत्ल की मानों सुपारी ली है,
ये लाली ये कोमलता 🌹🌹और ये खुशबू,
छटाँक भर नहीं बल्कि ढेर सारी ली है।
तू ताज़ा सी है गुलाब 🌹की तरह,
हया से ढंकी है हिज़ाब की तरह,
हर पंखुड़ी 🌹🌹🌹पे तेरा असर है शायद,
लाल सुर्ख हैं सब शराब की तरह।
मेरे कत्ल की मानों सुपारी ली है,
ये लाली ये कोमलता 🌹🌹और ये खुशबू,
छटाँक भर नहीं बल्कि ढेर सारी ली है।
तू ताज़ा सी है गुलाब 🌹की तरह,
हया से ढंकी है हिज़ाब की तरह,
हर पंखुड़ी 🌹🌹🌹पे तेरा असर है शायद,
लाल सुर्ख हैं सब शराब की तरह।
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Happy Rose Day
Awesome ... Poem
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