खुदा की खुदाई को न समझा किसी ने,
फिर नादान दुनिया क्यों बनाई खुदा ने।
दुखी के दुःख को देखकर हँसते हैं जो लोग,
क्या ख़ुशी भी उन्ही के लिए बनाई खुदा ने,
बेदर्द भरी क्यों है ये सारी दुनिया,
क्या यही रीत सारे जहाँ में चलाई खुदा ने।
जिंदगी के मोड़ पर दो रास्ते हैं,
🌹🌹🌹 🌸🌷🌳🍎🍁🌿💖😚💔💓💙👩😘🌹🌹🌹जिंदगी के मोड़ पर दो रास्ते हैं,
मगर पता नहीं कौन सा हमारा है,
ऐ खुदा अब तू ही बता मुझे,
कौन सा दरिया और कौन सा किनारा है।
जिंदगी ने हमेशा मुझे ग़म दिए,
ग़मों की सेज हम सजाते चले गए,
जिनको समझती थे थी मैं अपना,
वही ठोकर लगा कर चले गए।
चाहा तो मैंने बहुत कुछ था,
चाहत से मिला कम, अब खुशियों की चाहत थी,
फिर भी मिला गम।
(गगन खिप्पल)
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